Hindi Poem of Amitabh Bachchan “ Me bachpan se chor tha  “ , “मैं बचपन से चोर था” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मैं बचपन से चोर था

Me bachpan se chor tha  

 

मैं बचपन से चोर था

चोर ही रहा जीवन भर

जेब से पैसे चुराए

पेड़ से आम नींबू

बहती नाव से तरबूजे

पानी से छोटी मछलियाँ

क़िताबों से कविताएँ

डाकू न बन सका

गिरोह नहीं बनाए

सच्चे कायरों की तरह

आदमी और कवि

दोनों रोए पछताए

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