Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Chakki “ , “चक्की ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

चक्की
Chakki

 

चक्की,
टनों गेहूँ चबानें के बाद भी,
मोटी नहीं होती,
बल्कि, घिस जाते हैं दाँत ही उसके।
मोटा होता है,
उसके पीसे पर जलन काटनें वाला
और भूँखों मरता है,
उसके दाँत सुधारने वाला।

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