Hindi Poem of Amitabh Tripathi Amit “Halat se is tarha pareshan hue log “ , “हालात से इस तरह परेशान हुये लोग ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हालात से इस तरह परेशान हुये लोग
Halat se is tarha pareshan hue log

 

हालात से इस तरह परेशान हुये लोग
तंग आके अपने आप ही इंसान हुये लोग

जो थे खु़दी पसन्द उन्हे फ़िक्रे-ख़ुदा थी
जो थे खु़दा पसन्द वो हैवान हुये लोग

जिस खूँ से जिस्मो-जाँ में हरारत जुनूँ की थी
वो बह गया सड़क पे तो हैरान हुये लोग

ईमान फ़क़त हर्फ़े-तवारीख़ रह गया
इस दौर में इस क़दर बेईमान हुये लोग

अब दर्द के रिस्तों का जिक्र क्या करें ’अमित’
बस अपनी जान के लिये बेजान हुये लोग

 

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