Hindi Poem of Ashniv Singh Chaohan “ Anubhav ke moti “ , “अनुभव के मोती” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अनुभव के मोती

Anubhav ke moti

 

इस धरती के

अम्बर में फहराएँ

मेघा बन कर

जीवन जल दें 

सागर-सा लहराएँ

टूटे-फूटे

बासन घर के

अपनी व्यथा सुनाते

सभी अधूरे सपने

मिल कर

अक्सर हमें रुलाते

पथ के कंटकवन को

आओ

मिल कर आज जराएँ

बाग़ लगाएं

फूल बनें हम

कोयल-सा कुछ गाएँ

भोर किरण का

रूप धरें हम

तम को दूर भगाएँ

चुन-चुन कर

अनुभव के मोती

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