Hindi Poem of Ashniv Singh Chaohan “  Catwalk “ , “कैटवाक” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कैटवाक

 Catwalk

 

चिड़िया रानी

सुना रही है फाग

कैटवाक

करती सड़कों पर

पढ़ी-पढ़ाई चिड़िया रानी

उघरी हुई देह के जादू-

से इतराई  चिड़िया रानी

पॉप धुनों पर

थिरके तन-मन

गाये दीपक राग

पंख लगाकार

उड़ती बदली

देख रहे सब है मुँह बाए

रेगिस्तान खड़े राहों में

कोई उनकी प्यास बुझाए

जब चाहे तब

सींचा करती

उनके मन का बाग़

कितनी उलझी

दृश्य-कथा है

सम्मोहक संवादों में

कागज़ के फूलों-सी-सीरत

छिपी हुई पक्के वादों में

लाख भवन के

आकर्षण में

आखिर लगती आग

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