Hindi Poem of Ashok Anjum “  Badi masumiyat se sadagi se baat karta he”,”बड़ी मासूमियत से सादगी से बात करता है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बड़ी मासूमियत से सादगी से बात करता है

 Badi masumiyat se sadagi se baat karta he

 

बड़ी मासूमियत से सादगी से बात करता है

मेरा किरदार जब भी जिंदगी से बात करता है

बताया है किसी ने जल्द ही ये सूख जाएगी

तभी से मन मेरा घंटों नदी से बात करता है

कभी जो तीरगी मन को हमारे घेर लेती है

तो उठ के हौसला तब रोशनी से बात करता है

नसीहत देर तक देती है माँ उसको जमाने की

कोई बच्चा कभी जो अजनबी से बात करता है

मैं कोशिश तो बहुत करता हूँ उसको जान लूँ लेकिन

वो मिलने पर बड़ी कारीगरी से बात करता है

शरारत देखती है शक्ल बचपन की उदासी से

ये बचपन जब कभी संजीदगी से बात करता है

 

 

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