ज़िन्दगी का ज़िन्दगी से वास्ता जिंदा रहे
Jindagi ka Jindagi se basta jinda rahe
ज़िन्दगी का ज़िन्दगी से वास्ता जिंदा रहे
हम रहें जब तक हमारा हौसला जिंदा रहे
वक़्त ने माना हमारे बीच रख दीं दूरियाँ
कोशिशें ये हों, दिलों में रास्ता जिंदा रहे
ऐ मेरे दुश्मन! तुझी ने दी मुझे जिंदादिली
मैं अगर जिंदा रहूँ, तू भी सदा जिंदा रहे
प्यार से सुलझाइये, हल गुत्थियां हो जायेंगी
जब तलक संसार है ये फलसफा जिंदा रहे
मेरी कविता, मेरे दोहे, गीत मेरे और ग़ज़ल
मैं रहूँ या न रहूँ मेरा कहा जिंदा रहे