फिर तो – अशोक चक्रधर
Fir to -Ashok Chakradhar
आख़िर कब तक इश्क
इकतरफ़ा करते रहोगे,
उसने तुम्हारे दिल को
चोट पहुँचाई
तो क्या करोगे?
-ऐसा हुआ तो
लात मारूँगा
उसके दिल को।
-फिर तो पैर में भी
चोट आएगी तुमको।
फिर तो – अशोक चक्रधर
Fir to -Ashok Chakradhar
आख़िर कब तक इश्क
इकतरफ़ा करते रहोगे,
उसने तुम्हारे दिल को
चोट पहुँचाई
तो क्या करोगे?
-ऐसा हुआ तो
लात मारूँगा
उसके दिल को।
-फिर तो पैर में भी
चोट आएगी तुमको।