Hindi Poem of Ashok Chakradhar “Gunah Karenge, “गुनह करेंगे ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

गुनह करेंगे – अशोक चक्रधर

Gunah Karenge -Ashok Chakradhar

 

हम तो करेंगे

गुनह करेंगे
पुनह करेंगे।
वजह नहीं
बेवजह करेंगे।

कल से ही लो
कलह करेंगे।
जज़्बातों को
जिबह करेंगे
निर्लज्जों से
निबह करेंगे
सुलगाने को
सुलह करेंगे।
हम ज़ालिम क्यों
जिरह करेंगे

संबंधों में
गिरह करेंगे
रस विशेष में
विरह करेंगे
जो हो, अपनी
तरह करेंगे
रात में चूके
सुबह करेंगे

गुनह करेंगे
पुनह करेंगे

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.