Hindi Poem of Ashok Vajpayee “  Shesh ”,”शेष” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शेष

 Shesh

 

सब-कुछ बीत जाने के बाद

बचा रहेगा प्रेम

केलि के बाद शैया में पड़ गई सलवटों-सा,

मृत्यु के बाद द्रव्य-स्मरण-सा,

अश्वारोहियों से रौंदे जाने के बाद

हरियाली ओढ़े दुबकी पड़ी धरती-सा,

गरमियों में सूख गए झरने की चट्टानों के बीच

जड़ों में धँसी नमी-सा

बचा रहेगा

अंत में भी

प्रेम!

 

 

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