Hindi Poem of Bashir Badra “ Khushbu ki tarha aaya vo tez havao me”,” खुशबू की तरह आया वो तेज़ हवाओं में” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

खुशबू की तरह आया वो तेज़ हवाओं में

 Khushbu ki tarha aaya vo tez havao me

खुशबू की तरह आया वो तेज़ हवाओं में

मांगा था जिसे हमने दिन रात दुआओं में

तुम छत पे नहीं आये में घर से नहीं निकला

ये चाँद बहुत भटका सावन कि घटाओं में

इस शहर में एक लड़की बिलकुल है ग़ज़ल जैसी

बिजली सी घटाओं में खुशबू सी हवाओं में

मौसम का इशारा है खुश रहने दो बच्चों को

मासूम मोहब्बत है फूलों कि खताओं में

भगवान् ही भेजेंगे चावल से भरी थाली

मज़लूम परिंदों कि मासूम सभाओं में

दादा बड़े भोले थे सब से यही कहते थे

कुछ ज़हर भी होता है अंग्रेजी दवाओं में

 

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