Hindi Poem of Bashir Badra “Mere bare me havao se vo kab puchega”,”मेरे बारे में हवाओं से वो कब पूछेगा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मेरे बारे में हवाओं से वो कब पूछेगा

 Mere bare me havao se vo kab puchega

मेरे बारे में हवाओं से वो कब पूछेगा

खाक जब खाक में मिल जाऐगी तब पूछेगा

घर बसाने में ये खतरा है कि घर का मालिक

रात में देर से आने का सबब पूछेगा

अपना गम सबको बताना है तमाशा करना,

हाल-ऐ- दिल उसको सुनाएँगे वो जब पूछेगा

जब बिछडना भी तो हँसते हुए जाना वरना,

हर कोई रुठ जाने का सबब  पूछेगा

हमने लफजों के जहाँ दाम लगे बेच दिया,

शेर पूछेगा हमें अब न अदब  पूछेगा

 

 

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