Hindi Poem of Bashir Badra “Shabnam ke aansu phool par”,” शबनम के आँसू फूल पर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शबनम के आँसू फूल पर

 Shabnam ke aansu phool par

शबनम के आँसू फूल पर ये तो वही क़िस्सा हुआ

आँखें मेरी भीगी हुईं चेहरा तेरा उतरा हुआ

अब इन दिनों मेरी ग़ज़ल ख़ुश्बू की इक तस्वीर है

हर लफ़्ज़ गुंचे की तरह खिल कर तेरा चेहरा हुआ

मंदिर गये मस्जिद गये पीरों फ़कीरों से मिले

इक उस को पाने के लिये क्या क्या किया क्या क्या हुआ

शायद इसे भी ले गये अच्छे दिनों के क़ाफ़िले

इस बाग़ में इक फूल था तेरी तरह हँसता हुआ

अनमोल मोती प्यार के, दुनिया चुरा के ले गई

दिल की हवेली का कोई दरवाज़ा था टूटा हुआ

 

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