Hindi Poem of Bharat Bhushan Aggarwal “Tuktak aur muktak“ , “तुक्तक और मुक्तक ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तुक्तक और मुक्तक
Tuktak aur muktak

(आत्मकथा की झाँकी)

मैं जिसका पट्ठा हूँ
उस उल्लू को खोज रहा हूँ
डूब मरूँगा जिसमें
उस चुल्लू को खोज रहा हूँ ।।

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