Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “  Alas ras“ , “अलस रस” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अलस रस

 Alas ras

 

ऐसे चला गया

उत्साह का एक मौसम

और हमने आराम की साँस ली

की अब थोड़े दिनों तक

हमारी सुबह-शामों की ख़बर

हम नहीं रखेंगे

दूसरे रखेंगे

हम केवल पड़े  रहने का सुख

चखेंगे  हौले–हल्के

दुःख की तरह तीव्र

उत्साह का मौसम

चला जो गया है!

 

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