चाँदनी से तरबतर
Chandani se tarbatar
वन के वृक्ष
वृक्षों पर सटी बैठी हुई
झंकारवन्ती झिल्लियाँ
सब याद है
फिर न उतना सुख
न इतना दुख मिले
फ़रियाद है
चाँदनी से तरबतर
Chandani se tarbatar
वन के वृक्ष
वृक्षों पर सटी बैठी हुई
झंकारवन्ती झिल्लियाँ
सब याद है
फिर न उतना सुख
न इतना दुख मिले
फ़रियाद है