Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “ Pandit Sabesar“ , “पंडित सरबेसर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पंडित सरबेसर

Pandit Sabesar

 

सारे मूंह पर केसर थोपी

सरबेसर तब चले बज़ार

लड़के पीछे लगे हज़ार|

पंडित जी  ने मौका देखा

कहा, दिखाओ हाथ की रेखा

पास-फेल सब बतला दूंगा

पांच पांच पैसे भर लूँगा|

हाथ हज़ार सामने फैले

बने सभी पंडित के चेले

पंडित जी ने कहा-

“पास सब, पैसे लाओ

पांच-पांच पैसे दे-दे कर जाओ,

सब घर जाओ

पढ़ो व्याकरण, गणित लगाओ|

पैसे मिल गए पांच हज़ार

सरबेसर जी चले बज़ार

मुंह पर फिर से केसर थोपी

ठीक जमा कर सिर पर टोपी!

 

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