Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “  Us din“ , “उस दिन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

उस दिन

 Us din

 

आँखें मिलते ही

आसमान नीला हो गया था

और धरती फूलवती

चार आँखों का वह जादू

तुम्हें यहाँ से कैसे भेजूं?

आओ तो दिखाऊं

वह जादू

जादू जैसे

जँबूरे के बिना नहीं चलता

वैसे बिना तुम्हारे

अकेला मैं

न आसमान

नीला कर पाता हूँ

न धरती फूलवती!

 

 

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