Hindi Poem of Bhushan “ Bane fahrane gharane ghanta gajan ke, “बाने फहराने घहराने घंटा गजन के” Complete Poem for Class 10 and Class 12

बाने फहराने घहराने घंटा गजन के

 Bane fahrane gharane ghanta gajan ke

बाने फहराने घहराने घंटा गजन के,

नाहीं ठहराने राव राने देस-देस के.

नग भहराने ग्राम नगर पराने सुनि,

बाजत निशने सिवराज जू नरेस के.

हाथिन के हौदा उकसाने ,कुम्भ कुंजर के,

भौन को भजाने अलि छूटे लट केस के.

दल को दरारेन ते कमठ करारे फूटे,

कर के से पात बिहराने फन सेस के.

 

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