Hindi Poem of Budhinath Mishra “ Rame jaka”,”रामे जकाँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रामे जकाँ

 Rame jaka

गाम अपनो लगय

आन गामे जकाँ

तैं फिरै छी बने-बोन रामे जकाँ।

ओ जे सरिसोक

हरदी रड.ल खेत छल

आर सपना जे भोरक

ओ समवेत छल

सभ बिला गेल दंडप्रणामे जकाँ

तैं फिरै छी बने-बोन रामे जकाँ।

ओ जे मुस्की छलै

घोघटक तऽर सँ

आर लहठी बजै छल

कोहबर सँ

सभ हेरायल ओठंगर क धाने जकाँ।

तैं फिरैछी बने-बोन रामे जकाँ।

ओ इनारक भरल डोल

छिलकैत जल

एक झलकी ले’

बाटो पियासल छल

सभ भथा गेल

पोखरिक मोहाने जकाँ

तैं फिरै छी बने-बोन रामे जकाँ।

 

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