Hindi Poem of Dhananjay singh “Neel kamal tal par utar gye chilo ke jhund”,”नील-कमल-ताल पर उतर गए चीलों के झुण्ड” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नील-कमल-ताल पर उतर गए चीलों के झुण्ड

 Neel kamal tal par utar gye chilo ke jhund

सुबह-सुबह

नील-कमल-ताल पर

उतर गए चीलों के झुण्ड ।

अभी-अभी नावों ने

खोले थे पाल मगर

बह निकली दक्षिणी हवाएँ

रह-रह कर भयावना

अट्टहास करती हैं

खोल रही यक्षिणी जटाएँ

रक्त–माँस–मज्जा की

ज्वलन-गन्ध उगल रहे

धूमायित ज्वाल भरे कुण्ड ।

हंसों ने पंख खोल

लम्बी की गरदनें

पंक्तिबद्ध काफ़िले उड़े

मानसरोवर-तट पर

दीर्घ मौन आ बैठा

कलरव के मेले उजड़े

प्रवचन की मुद्रा में

श्वेत बकुल आ बैठे

मस्तक पर धार कर त्रिपुण्ड ।

 

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