Hindi Poem of Divik Ramesh “Kuch kaam tha kya aapko”,”कुछ काम था क्या आपको” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कुछ काम था क्या आपको

 Kuch kaam tha kya aapko

वह कोई दूसरा आदमी था

जो कल मिला था आपसे

अरे-अरे! चौंकने से नहीं चलेगा काम

विश्वास कीजिए

इसके सिवा चारा कोई है भी नहीं आपके पास

था तो मैं ही

नहीं-नहीं, नहीं था कोई और मेरा प्रतिरूपी

था तो मैं ही

यानी मेरी ही आकृति

पर था वह कोई दूसरा ही आदमी

कल जो मिला था

वह एक ज़रूरतमंद था, घोंचू, घिघयाया

उसे चाहिए थी आपकी दया, कृपा आदि-आदि

आज यह जो आपके सामने है

उसे तो आप तक की ज़रूरत नहीं है

फिर भी

कहिए, कुछ काम था क्या आपको?

 

 

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