Hindi Poem of Geeta Chaturvedi “Buri Ladkiya acchi ladkiya“ , “बुरी लड़कियाँ, अच्छी लड़कियाँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बुरी लड़कियाँ, अच्छी लड़कियाँ
Buri Ladkiya acchi ladkiya

 

साँप पालने वाली लड़की साँप काटे से मरती है
गले में खिलौना आला लगा डॉक्टर बनने का स्वांग करती लड़की

ग़लत दवा की चार बूँदें ज़्यादा पीने से
चिट्ठियों में धँसी लड़की उसकी लपट से मर जाती है

और पानी में छप्-छप् करने वाली उसमें डूब कर
जो ज़ोर से उछलती है वह अपने उछलने से मर जाती है

जो गुमसुम रहती है वह गुमसुम होने से
जिसके सिर पर ताज रखा वह उसके वज़न से

जिसके माथे पर ज़हीन लिखा वह उसके ज़हर से
जो लोकल में चढ़ काम पर जाती है वह लोकल में

जो घर में बैठ भिंडी काटती है वह घर में ही
दुनिया में खुलने वाली सुरंग में घुसती है जो

वह दुनिया में पहुँचने से पहले ही मर जाती है
बुरी लड़कियाँ मर कर नर्क में जाती हैं

और अच्छी लड़कियाँ भी स्वर्ग नहीं जातीं

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