Hindi Poem of Ghalib “dil laga kar lag gya un ko bhi tanha bethna, “दिल लगा कर लग गया उन को भी तनहा बैठना” Complete Poem for Class 10 and Class 12
Hindi Poem of Ghalib “dil laga kar lag gya un ko bhi tanha bethna, “दिल लगा कर लग गया उन को भी तनहा बैठना” Complete Poem for Class 10 and Class 12
दिल लगा कर लग गया उन को भी तनहा बैठना – ग़ालिब
dil laga kar lag gya un ko bhi tanha bethna -Ghalib
दिल लगा कर लग गया उन को भी तन्हा बैठना
बारे अपनी बेकसी की हम ने पाई दाद याँ
हैं ज़वाल-आमादा अजज़ा आफ़रीनश के तमाम
मेहर-ए-गर्दूं है चराग़-ए-रहगुज़ार-ए-बाद याँ
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