पीनस में गुज़रते हैं जो कूचे से वह मेरे – ग़ालिब
Pins mein guzarte hein jo kuche se vah mere -Ghalib
पीनस में गुज़रते हैं जो कूचे से वह मेरे
कंधा भी कहारों को बदलने नहीं देते
पीनस में गुज़रते हैं जो कूचे से वह मेरे – ग़ालिब
Pins mein guzarte hein jo kuche se vah mere -Ghalib
पीनस में गुज़रते हैं जो कूचे से वह मेरे
कंधा भी कहारों को बदलने नहीं देते