सियाहि जैसे गिर जावे दम-ए-तहरीर काग़ज़ पर – ग़ालिब
Siyahi jaise gir jave dum-e-tahrir khagaz par -Ghalib
सियाही जैसे गिर जावे दम-ए-तहरीर काग़ज़ पर
मिरी क़िस्मत में यूँ तस्वीर है शब-हा-ए-हिज्राँ की
सियाहि जैसे गिर जावे दम-ए-तहरीर काग़ज़ पर – ग़ालिब
Siyahi jaise gir jave dum-e-tahrir khagaz par -Ghalib
सियाही जैसे गिर जावे दम-ए-तहरीर काग़ज़ पर
मिरी क़िस्मत में यूँ तस्वीर है शब-हा-ए-हिज्राँ की