उग रहा है दर-ओ-दीवार से सबज़ा ग़ालिब – ग़ालिब
Ugg raha hai dar-o-deevar se sabza Ghalib -Ghalib
उग रहा है दर-ओ-दीवार से सबज़ा ग़ालिब
हम बयाबां में हैं और घर में बहार आई है
उग रहा है दर-ओ-दीवार से सबज़ा ग़ालिब – ग़ालिब
Ugg raha hai dar-o-deevar se sabza Ghalib -Ghalib
उग रहा है दर-ओ-दीवार से सबज़ा ग़ालिब
हम बयाबां में हैं और घर में बहार आई है