Hindi Poem of Gopaldas Neeraj “ Gahi sarovar sorabh le“ , “गाहि सरोवर सौरभ लै” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

गाहि सरोवर सौरभ लै

 Gahi sarovar sorabh le

 

गाहि सरोवर सौरभ लै, ततकाल खिले जलजातन मैं कै।

नीठि चलै जल वास अचै, लपटाइ लता तरु  मारग मैं कै।

पोंछत सीतन तैं श्रम स्वेदंन, खेद हटैं सब राति रमै कै।

आवत जाति झरोखनि कैं मग, सीतल बात प्रभात समै कै।।

 

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