Hindi Poem of Gopaldas Neeraj “Me apno mabhavan lino  “ , “मैं अपनौ मनभावन लीनों” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मैं अपनौ मनभावन लीनों

Me apno mabhavan lino  

 

मैं अपनौ मनभावन लीनों॥

इन लोगनको कहा कीनों मन दै मोल लियो री सजनी।

रत्न अमोलक नंददुलारो नवल लाल रंग भीनों॥

कहा भयो सबके मुख मोरे मैं पायो पीव प्रवीनों।

रसिक बिहारी प्यारो प्रीतम सिर बिधना लिख दीनों॥

 

 

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