Hindi Poem of Kanhaiya Lal Matt “Chidiya rani, kidhar chali, “चिड़िया रानी, किधर चली ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

चिड़िया रानी, किधर चली – कन्हैयालाल मत्त

Chidiya rani, kidhar chali -Kanhaiya Lal Matt

 

चिड़िया रानी
चिड़िया रानी,
किधर चली ।

मुन्ने राजा
मुन्ने राजा,
कुज-गली ।

चिड़िया रानी,
चिड़िया रानी,
पर निकले ।

मुन्ने राजा
मुन्ने राजा,
नीम के तले ।

चिड़िया रानी
चिड़िया रानी,
टी टुट-टुट ।

मुन्ने राजा
मुन्ने राजा
चाय-बिस्कुट ।

चिड़िया रानी
चिड़िया रानी,
टा-टा-टा ।

मुन्ने राजा
मुन्ने राजा,
सैर-सपाटा ।

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