Hindi Poem of Kumar vishvas “Mahfil mahfil muskana to padta hai“ , “महफ़िल महफ़िल मुस्काना तो पड़ता है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

महफ़िल महफ़िल मुस्काना तो पड़ता है
Mahfil mahfil muskana to padta hai

महफ़िल महफ़िल मुस्काना तो पड़ता है
खुद ही खुद को समझाना तो पड़ता है

उनकी आँखों से होकर दिल तक जाना
रस्ते में ये मैखाना तो पडता हैं

तुमको पाने की चाहत में ख़तम हुए
इश्क में इतना जुरमाना तो पड़ता हैं

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