Hindi Poem of Kunwar Narayan “Rote hanste“ , “रोते-हँसते” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रोते-हँसते
Rote hanste

जैसे बेबात हँसी आ जाती है
हँसते चेहरों को देख कर

जैसे अनायास आँसू आ जाते हैं
रोते चेहरों को देख कर

हँसी और रोने के बीच
काश, कुछ ऐसा होता रिश्ता
कि रोते-रोते हँसी आ जाती
जैसे हँसते-हँसते आँसू!

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