प्रेम-युद्ध
Prem Yudh
अपनी चरम अवस्था में
युद्ध ही होता है प्रेम
एक ऐसी जंग
जिसमे स्त्री जीत कर भी
पराजय के गहरे अहसास में डूब जाती है
और हारा हुआ पुरुष
जीत के भ्रम में उतराता रहता है!
प्रेम-युद्ध
Prem Yudh
अपनी चरम अवस्था में
युद्ध ही होता है प्रेम
एक ऐसी जंग
जिसमे स्त्री जीत कर भी
पराजय के गहरे अहसास में डूब जाती है
और हारा हुआ पुरुष
जीत के भ्रम में उतराता रहता है!