Hindi Poem of Madan Kashyap “Tripadiya“ , “त्रिपदियाँ ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

त्रिपदियाँ
Tripadiya

लोकतन्त्र

एक

लोकतन्त्र में तुम्हे हक़ है
किसी को भी चुन लेना का मगर
कुछ भी बदलने का नहीं

दो

तुम्हे पता भी नहीं होता
तुम्हारे द्वारा चुने जाने के पहले कोई
उसे चुन चुका होता है

तीन

तुम उसको चुनते हो अथवा
वह चुनता है तुमको कि तुम चुनो उसे
ताकि वह राज करे।

चार

तुम सरकार बदल सकते हो
मगर उसे चलाने का अधिकार वे तुम्हें
कभी नहीं देने वाले हैं।

पाँच

बिके हुए लोगो की कोई
कौम नहीं होती ऐसे में उन्हे चुनना
कौम से विश्वासघात करना है।

छः

जब कभी सत्ताधारियों का गिरोह
बन जाता है तब राजतन्त्र से भी
बदतर हो जाता है लोकतन्त्र।

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