हमें ए दिल कहीं ले चल बड़ा तेरा करम होगा – मजरूह सुल्तानपुरी
Hame e dil kahi le chal bada tera karam hoga – Majruh Sultanpuri
हमें ए दिल कहीं ले चल बड़ा तेरा करम होगा
हमारे दम से है हर गम न होने हम न गम होगा
खबर क्या थी भार आ कर हमारे आशियाने पर
नई बिजली गिरायेगी नया हम पे सितम होगा
तमन्नाओं से बदली है न बदलेगी कभी किस्मत
लिखा है जो मुकद्दर में वही तेरा करम होगा