ज्यानो मैं राजको बेहेवार उधवजी
Jyano me rajko behevar udhvaji
ज्यानो मैं राजको बेहेवार उधवजी। मैं जान्योही राजको बेहेवार।
आंब काटावो लिंब लागावो। बाबलकी करो बाड॥जा०॥१॥
चोर बसावो सावकार दंडावो। नीती धरमरस बार॥ जा०॥२॥
मेरो कह्यो सत नही जाणयो। कुबजाके किरतार॥ जा०॥३॥
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर। अद्वंद दरबार॥ जा०॥४॥