Hindi Poem of Nander Sharma “  Ese he sukh sapan hamare”,”ऐसे हैं सुख सपन हमारे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ऐसे हैं सुख सपन हमारे

 Ese he sukh sapan hamare

 

ऐसे हैं सुख सपन हमारे

बन बन कर मिट जाते जैसे

बालू के घर नदी किनारे

ऐसे हैं सुख सपन हमारे….

लहरें आतीं, बह-बह जातीं

रेखाए बस रह-रह जातीं

जाते पल को कौन पुकारे

ऐसे हैं सुख सपन हमारे….

ऐसी इन सपनों की माया

जल पर जैसे चांद की छाया

चांद किसी के हाथ न आया

चाहे जितना हाथ पसारे

ऐसे हैं सुख सपन हमारे….

 

 

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