Hindi Poem of Nander Sharma “  Varsha mangal”,”वर्षा मंगल” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

वर्षा मंगल

 Varsha mangal

 

सत रंग चुनर नव रंग राग

मधुर मिलन त्यौहार गगन में,

मेघ सजल , बिजली में आग …

सत रंग चुनर , नव रंग पाग!

पावस ऋतु नारी , नर सावन,

रस रिमझिम , संगीत सुहावन,

सारस के जोड़े, सरवर में,

सुनते रहते, बादल राग!

सत रंग चुनर , नव रंग राग!

उपवन उपवन, कान्त-कामिनी,

गगन गुंजाये , मेघ दामिनी,

पत्ती पत्ती पर हरियाली,

फूल-फूल पर, प्रेम-पराग!

सत रंग चुनर , नव रंग राग …

पवन चलाए, बाण बूंद के,

सहती धरती, आँख मूंद के–

बेलों से अठखेली करते,

मोर-मुकुट पहने  बन-बाग़!

सत रंग चुनर नव रंग पाग!

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