Hindi Poem of Naresh Saksena “  Ache bache”,”अच्छे बच्चे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अच्छे बच्चे

 Ache bache

 

कुछ बच्चे बहुत अच्छे होते हैं

वे गेंद और ग़ुब्बारे नहीं मांगते

मिठाई नहीं मांगते ज़िद नहीं करते

और मचलते तो हैं ही नहीं

बड़ों का कहना मानते हैं

वे छोटों का भी कहना मानते हैं

इतने अच्छे होते हैं

इतने अच्छे बच्चों की तलाश में रहते हैं हम

और मिलते ही

उन्हें ले आते हैं घर

अक्सर

तीस रुपये महीने और खाने पर।

 

 

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.