दिखाना
Dikhana
तैरता हुआ चांद
मछलियों के जाल में नहीं फँसता
जब सारा पानी जमकर हो जाता है बर्फ़
वह चुपके से बाहर खिसक लेता है
जब झील सूख जाती है
तब उसकी तलहटी में वह फैलाता है अपनी चांदनी
ताकि रातों को भी दिखाई दे
मछलियों का तड़पना।
दिखाना
Dikhana
तैरता हुआ चांद
मछलियों के जाल में नहीं फँसता
जब सारा पानी जमकर हो जाता है बर्फ़
वह चुपके से बाहर खिसक लेता है
जब झील सूख जाती है
तब उसकी तलहटी में वह फैलाता है अपनी चांदनी
ताकि रातों को भी दिखाई दे
मछलियों का तड़पना।