Hindi Poem of Naresh Saksena “  Murde”,”मुर्दे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मुर्दे

 Murde

 

मरने के बाद शुरू होता है

मुर्दों का अमर जीवन

दोस्त आएँ या दुश्मन

वे ठंडे पड़े रहते हैं

लेकिन अगर आपने देर कर दी

तो फिर

उन्हें अकडऩे से कोई नहीं रोक सकता

मज़े ही मज़े होते हैं मुर्दों के

बस इसके लिए एक बार

मरना पड़ता है ।

 

 

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