Hindi Poem of Naresh Saksena “  Use le gye”,”उसे ले गए” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

उसे ले गए

 Use le gye

 

अरे कोई देखो

मेरे आंगन में कट कर

गिरा मेरा नीम

गिरा मेरी सखियों का झूलना

बेटे का पलना गिरा

गिरी उसकी चिडि़यां

देखो उड़ा उनका शोर

देखो एक घोंसला गिरा

देखो वे आरा ले आए ले आए कुल्हाड़ी

और रस्सा ले आए

उसे बांधने

देखो कैसे काँपी उसकी छाया

उसकी पत्तियों की छाया

जिनसे घाव मैने पूरे

देखो कैसे कटी उसकी छाल

उसकी छाल में धंसी कुल्हाड़ी की धार

मेरे गीतों में धंसी मनौती में धंसी

मेरे घावों में धंसी

कुल्हाड़ी की धार

बेटे ने गिन लिये रूपये

मेरे बेटे ने

देखो उसके बाबा ने कर लिया हिसाब

उसे ले गए

जैसे कोई ले जाए लावारिस लाश

घसीट कर

ऐसे उसे ले गए

ले गए आंगन की धूप छांह

सुबह शाम

चिडि़यों का शोर

ले गए ऋतुएं

अबतक का संग साथ

सुख दुख सब जीवन-ले गये।

 

 

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