Hindi Poem of Nida Fazli “  Ek din”,”एक दिन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

एक दिन

 Ek din

 

सूरज एक नटखट बालक सा

दिन भर शोर मचाए

इधर उधर चिड़ियों को बिखेरे

किरणों को छितराये

कलम, दरांती, बुरुश, हथोड़ा

जगह जगह फैलाये

शाम

थकी हारी मां जैसी

एक दिया मलकाए

धीरे धीरे सारी

बिखरी चीजें चुनती जाये।

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