Hindi Poem of Om Prabhakar “  Yatra ke baad bhi”,”यात्रा के बाद भी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

यात्रा के बाद भी

 Yatra ke baad bhi

 

यात्रा के बाद भी

पथ साथ रहते हैं।

हमारे साथ रहते हैं।

खेत खम्भे-तार

सहसा टूट जाते हैं,

हमारे साथ के सब लोग

हमसे छूट जाते हैं,

मगर

फिर भी

हमारी बाँह-गर्दन-पीठ को

छूते

गरम दो हाथ रहते हैं।

 

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