Hindi Poem of Pradeep “Aaj Himalya ki choti se“ , “आज हिमालय की चोटी से” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आज हिमालय की चोटी से

 Aaj Himalya ki choti se

आज हिमालय की चोटी से फिर हम ने ललकरा है

दूर हटो ऐ दुनिया वालों हिन्दुस्तान हमारा है.

जहाँ हमारा ताज-महल है और क़ुतब-मीनारा है

जहाँ हमारे मन्दिर मस्जिद सिखों का गुरुद्वारा है

इस धरती पर क़दम बढ़ाना अत्याचार तुम्हारा है.

शुरू हुआ है जंग तुम्हारा जाग उठो हिन्दुस्तानी

तुम न किसी के आगे झुकना जर्मन हो या जापानी

आज सभी के लिये हमारा यही क़ौमी नारा है.

 

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