Hindi Poem of Pradeep “ Hum to albele majdur, “हम तो अलबेले मज़दूर” Complete Poem for Class 10 and Class 12

हम तो अलबेले मज़दूर

 Hum to albele majdur

 

हम तो अलबेले मज़दूर गज़ब हमारी जादूगरी

जादूगरी भाई जादूगरी गज़ब हमारी जादूगरी

हम तो अलबेले मज़दूर गज़ब हमारी जादूगरी

कहो तो फ़ौरन महल बना दें

पास में बढ़िया बाग़ लगा दें

जहाँ पे छम-छम नाचे सलोनी

कोई छबीली परी राम हो जादूगरी

हम तो अलबेले मज़दूर गज़ब हमारी जादूगरी

हम पत्थर में प्राण जगा दें

हम मिट्टी में जीवन ला दें

नखरे वाली डलिया मोरी

नखरे वाली डलिया मोरी

नखरे वाली डलिया मोरी

बडी गुमान भरी

राम हो जादूगरी

हम तो अलबेले मज़दूर गज़ब हमारी जादूगरी

 

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