Hindi Poem of Pradeep “Me ek nanha sa me ek chota sa baccha hu“ , “ मैं एक नन्हा सा मैं एक छोटा सा बच्चा हूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मैं एक नन्हा सा मैं एक छोटा सा बच्चा हूँ

Me ek nanha sa me ek chota sa baccha hu

 

मैं एक नन्हा सा मैं एक छोटा सा बच्चा हूँ

तुम हो बड़े बलवान

प्रभु जी मेरी लाज रखो

मैं एक नन्हा सा

मैंने सुना है तुमने यहाँ पे

लाखों के दुःख टाले

मेरा दुःख भी टालो तो जानूं

चक्र सुदर्शन वाले

मैं एक नन्हा सा मैं एक छोटा सा बच्चा हूँ

मुझपे धरो कुछ ध्यान

प्रभु जी मेरी लाज रखो

मैं एक नन्हा सा

तुमको दयालु अपना समझके मैंने आज पुकारा

मुझ निर्बल के हाथ पकड़ लो

दे दो नाथ सहारा

मैं एक नन्हा सा मैं एक छोटा सा बच्चा हूँ

मैं भी तुम्हारी संतान

प्रभु जी मेरी लाज रखो

मैं एक नन्हा सा

मैं आया हूँ आज तुम्हारे द्वार पे आस लगाये

ऐसा कोई जतन करो प्रभु

सांच को आंच ना आये

मैं एक नन्हा सा मैं एक छोटा सा बच्चा हूँ

बिगड़ी बनादो भगवान

प्रभु जी मेरी लाज रखो

प्रभु जी मेरी लाज रखो

प्रभु जी मेरी लाज रखो

 

 

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