Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Bitte baras lo naman”,” बीतते बरस लो नमन!” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बीतते बरस लो नमन!

 Bitte baras lo naman

 

जुड़ गया एक अध्याय और,

गिनती आगे बढ़ गई ज़रा,

जो शेष रहा था कच्चापन

परिपक्व कर गए तपा-तपा .

आभार तुम्हारा बरस,

कि

तोड़े मन के सारे भरम!

फिर से दोहरा लें नए पाठ,

दो कदम बिदा के चलें साथ .

बढ़ महाकाल के क्रम में लो स्थान,

रहे मंगलमय यह प्रस्थान!

चक्र घूमेगा कर निष्क्रम,

नये बन करना शुभागमन!

अभी लो नमन!

 

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