Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Aap ki hansi “ , “आप की हँसी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आप की हँसी
Aap ki hansi

निर्धन जनता का शोषण है
कह कर आप हँसे

लोकतंत्र का अंतिम क्षण है
कह कर आप हँसे

सबके सब हैं भ्रष्टाचारी
कह कर आप हँसे

चारों ओर बड़ी लाचारी
कह कर आप हँसे

कितने आप सुरक्षित होंगे
मैं सोचने लगा

सहसा मुझे अकेला पा कर
फिर से आप हँसे

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