Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Ek Raat Naga “ , “एक रात नागा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

एक रात नागा
Ek Raat Naga

न सही आज रात को कविता
काग़ज़ पेंसिल सिरहाने रख कर सोने की आदत में
आज एक नागा हो रहा है
और भी अकेला हो रहा हूँ मैं और अपने में पूरा।

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